Thursday, November 25, 2010

फेसबुक चाटवाला

कमाल का आइि‍डया है भइयाजी. एक चाट दुकान जो कि‍स्‍मत बदल दे. हां जी. यह कौनू फोन का प्रचार-व्रचार नहीं एकदम सच्‍ची मुच्‍ची बात है. अबहीं हालही में तो हॉलीवुड का एक झकास सनीमा द सोशल नेटवर्क भारत मां रि‍लीज भवा है. फिल्म मा एक कॉलेज का स्टूडेंस अपनी गर्लफ्रेंड पर नजर राखें के खाति‍र और दोस्तन की जासूसी करन वास्‍ते एक सोशल नेटवर्क डेवलप करता है. बाद में यही बेवसाइट के जरिए वो कार्पोरेट वर्ल्ड की एक बड़ी लड़ाई में शामिल हो जाता है. खैर ये तो हुई फिरंगी बकैती, लेकिन आपको चाय दुकान का देसी स्वाद इस फिल्म में नहीं बल्कि फेसबुक चाटवाले की दुकान से मिली. इस हाइटेक इंडियन स्पाइसी ठेले में आपको इंटरनेट के सभी सोशल साइट के फ्लेवर मिलि‍हें. यकीन नहीं आवत तो खुद ही देख लो फुटुवा में.

अभी इसे नकल कहें या फिकरामस्ती, लेकिन आइडिया ससुरा जबरदस्त है. भगवान जाने, कब यह फेसबुक चाटवाला भारत का अगला अग्रवाल, बीकानेर या हल्दीराम बन जाए. फिलहाल तो यह अपने चाय जासूस के स्कैनर में है.

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