Friday, November 19, 2010

गद्दी छोड़ो की राहुल बाबा आते है


अभी-अभी सोनिया जी का बयान आया है.."देश की अर्थव्यवस्था बढी....नैतिक मूल्य गिरे...देश में भ्रष्टाचार उफान पर है....सरकार को ज्यादा प्रभावी होने की जरूरत है".
मतलब.........सोचिये.........
मेरा मन इस बयान का अर्थ तो यही समझ रहा है की...........बस बहुत हुआ मनमोहन सिंह जी....गद्दी छोड़ो की राहुल बाबा आते है......इससे बेहतर मौका फिर मिले न मिले.....आपका मन क्या कहा रहा है....

4 comments:

sidray29 said...

ये सब जो चल रहा है वह मुझे, इतिहास का छात्र होने के नाते, आज़ादी के पहले की EAST INDIA कंपनी की याद दिलाता है. जब भी कंपनी के कारिंदे गवर्नर के साथ मिल कर लोगों की ऐसी तैसी कर देते थे तब महारानी जी इंग्लैंड मैं बैठ कर लोगों की रक्षिणी बना कर कुछ ऐसे आदेश देतीं थी की कुछ करो ठीक करो जनहित मैं करो....अब भी जिनकी सरकार है वही पैसा खा कर अब अपनी ही सरकार को कह रही हैं की बहुत हुआ..ज़रा संभलकर करो खाओ पियो...देश की सोचो...वह रे भारतीय राजनीती और कांग्रेस की बर्तानिया हुकूमत से राजनीती सीखने की कला...

चन्दन कुमार said...

mera man to yahi kar raha hai ki bhai rahul baba ab desh kee bagdor sambhal le, yahi rashtrahit men hai..vo mana karenge lekin unke liye rasta banate rahna chahiye...

प्रदीप जिलवाने said...

आपकी आशंका में दम है...

prem singh said...

priya shekher ye chai ki chuski hai ya chutki? katate rahiye. desh ke budhijivi sonia ji se bhi jyada utawale ho rahe hai apne naye raja ko lane ke liye.

prem singh